पर्यावरण

पर्यावरण

वायु प्रदूषण (Air pollution)

जब वायुमंडल में एक या अधिक प्रदूषकों की मात्रा इतनी अधिक हो जाए जिससे कि वायु की गुणवत्ता में ह्रास हो जाए तथा यह जैव समुदाय के लिये हानिकारक हो, तो इसे वायु प्रदूषण (Air pollution) कहते हैं।” वायु प्रदूषकों के प्रकार प्राथमिक प्रदूषक (Primary Pollutants) ये प्रदूषक प्राकृतिक अथवा मानवीय क्रियाकलापों के द्वारा सीधे […]

पर्यावरण

पारिस्थितिकी (Ecology)

पर्यावरण अध्ययन, पारिस्थितिकी (Ecology) के अन्तर्गत आता है। इस शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के ओइकोस (Oikos) शब्द से हुई है जिसका अर्थ है रहने का स्थान (Place to live) एवं लोगोस (Logos) शब्द का अर्थ है- अध्ययन करना (to study) अर्थात् सजीवों के रहने के स्थान (आवास = habitat) का अध्ययन करना। अर्नेस्ट हेकल

पर्यावरण

पारिस्थतिकी तंत्र (Ecosystem)

पारिस्थतिकी तंत्र जीव मण्डल की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई हैं एवं इसमें स्वतः जीवित रहने का गुण है। यह एक खुला तंत्र है एवं सूर्य की ऊर्जा पर निर्भर रहता है। पारिस्थितिकी तंत्र छोटे एवं बड़े भी होते हैं। आस पास के तंत्रों में खनिज पदार्थों एवं ऊर्जा का लगातार आदान-प्रदान होता रहता है। अतः

पर्यावरण

जैव विविधता (Biodiversity)

जैव विविधता से तात्पर्य, विभिन्न जीव रूपों में पाई जाने वाली विविधता से है। यह किसी क्षेत्र विशेष में पाये जाने वाले विभिन्न जीवरूपों को इंगित करता है। एक अनुमान के अनुसार पृथ्वी पर जीवों की लगभग 1 करोड़ जातियाँ पाई जाती है, जबकि हमें सिर्फ 20 लाख जातियों की ही जानकारी है। पृथ्वी पर

पर्यावरण

सतत विकास (Sustainable Development)

ब्रन्टलैंड प्रतिवेदन के अनुसार, “सतत् विकास वह विकास है जो वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति आगे की पीढ़ियों की आवश्यकताओं की बलि दिए बिना पूरी करता हो।” सतत् विकास का अर्थ एक ऐसे विकास से है जो वर्तमान की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं का भी ध्यान रखे। विकास ऐसा हो जो

पर्यावरण

जैवमंडल (Biosphere)

जीवमंडल स्थल, जल तथा हवा के बीच का एक सीमित भाग है। यह वह भाग है जहाँ जीवन मौजूद है। यहाँ जीवों की बहुत सी प्रजातियाँ हैं, जो कि सूक्ष्म जीवों तथा बैक्टीरिया से लेकर बड़े स्तनधारियों के आकार में पाई जाती हैं। मनुष्य सहित सभी प्राणी, जीवित रहने के लिए एक-दूसरे से तथा जीवमंडल

पर्यावरण

अम्ल वर्षा (Acid rain)

अम्ल वर्षा (acid rain) का वास्तविक अर्थ उस वर्षा, हिम, ओला और कुहरा से है जिसमें कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2) के अतिरिक्त सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NO) घुले हों, जिनसे तनु सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) तथा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) बनते हैं। किन्तु व्यापक दृष्टि से पौधों तथा इमारतों द्वारा SO2 तथा NO का

पर्यावरण

जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere reserve)

जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere reserve) विशेष प्रकार के भौमिक और तटीय परिस्थितिक तंत्र हैं, जिन्हें यूनेस्को (UNESCO) के मानव और जैवमंडल प्रोग्राम (MAB) के अंतर्गत मान्यता प्राप्त है। जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र (निचय) राष्ट्रीय सरकारों द्वारा नामित किए जाते हैं और उन राज्यों के संप्रभु अधिकार क्षेत्र में रहते हैं जहां वे स्थित हैं। जैवमंडल आरक्षित

पर्यावरण

ओजोन परत (Ozone layer)

ओजोन परत पृथ्वी के समताप मंडल में ओजोन गैस का आवरण है, जो कि सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है। यह पराबैंगनी विकिरण जीवों के लिये अत्यंत हानिकारक है।वायुमंडल के उच्चतर स्तर पर पराबैंगनी विकिरण के प्रभाव से ऑक्सीजन अणुओं से ओजोन बनती है। उच्च ऊर्जा वाले पराबैंगनी विकिरण ऑक्सीजन

पर्यावरण

जल चक्र (Water cycle)

जल स्रोत से जल वाष्पीकरण द्वारा वाष्प के रूप में ऊपर उठता है। जल वाष्प के संघनन से बादल बनते हैं तथा वर्षण द्वारा जल वर्षा के रूप में पुनः जल स्रोतों में आता है। इस चक्र को जल चक्र कहते है। जल चक्र पृथ्वी पर पानी के एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित

Scroll to Top