भौतिकी

भौतिक विज्ञान का अर्थ है – प्रकृति का अध्ययन। प्रकृति में सम्पूर्ण ब्रह्मांड (universe) को सम्मिलित किया जा सकता है। प्रकृति के मूलभूत नियमों (fundamental laws) एवं परिघटनाओं का अध्ययन प्राकृतिक विज्ञान की जिस शाखा के अंर्तगत किया जाता है, उसे भौतिक विज्ञान (physics) कहा जाता है।

और जानें….

भौतिकी

लम्बाई (Length) एवं दूरी (Distance)

लम्बाई किसी वस्तु की लम्बे आयाम को कहते हैं। किसी वस्तु की लम्बाई, उसके दोनों छोरों के बीच की दूरी को कहते हैं। इसे ऊंचाई से पृथक करने के लिये, ऊंचाई ऊर्ध्वाकार में कही जाती है। लम्बाई का मात्रक ”अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली” (S.I.) में लम्बाई का मात्रक मीटर है। इसका 100 वाँ भाग सेन्टीमीटर कहलाता […]

भौतिकी

कार्य (Work)

भौतिकी (Physics) में कार्य (work) का अर्थ दैनिक जीवन में किये जाने कार्य (work) वाले से भिन्न होता है। भौतिकी में किसी पिंड पर हुए कार्य को तभी माना जाता है जब उस पर बल (force) लगाने पर वह गति करे। यदि पिंड स्थिर है तो किया गया कार्य शून्य होता है। कार्य निम्नांकित दो

भौतिकी

प्रकाश (Light)

वैद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम के 400nm से 750 mm तरंगदैर्ध्य के विकिरणो को प्रकाश कहते हैं। प्रकाश तरंग को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक किसी सरल रेखा के अनुदिश गमन करते हुए माना जा सकता है । इस पथ को प्रकाश किरण कहते है तथा इसी प्रकार की किरणों के समूह से प्रकाश पुंज बनता

भौतिकी

विद्युत विभव (Electric Potential)

बाह्य बल द्वारा किसी एकांक धनावेश को अनंत से विद्युत क्षेत्र में स्थित किसी बिन्दु तक लाने में किया गया कार्य उस बिन्दु पर विद्युत विभव कहलाता है। आवेश q0 को अनंत से विद्युत क्षेत्र में स्थित बिन्दु B तक लाने में किया गया कार्य W∞B हो तो बिन्दु B पर विद्युत विभव निम्नानुसार होता

भौतिकी

दर्पण (Mirror)

कांच अथवा पारदर्शी पदार्थ के पीछे वाले भाग पर परावर्तक आवरण (चांदी अथवा एलुमिनियम की परत) लगाकर उन्हें दर्पण या परावर्तक पृष्ठ की तरह उपयोग में लिया जा सकता है। दर्पण के प्रकार दर्पण मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं : समतल दर्पण (plain mirror) तथा गोलीय दर्पण (Spherical mirror) चिन्ह परिपाटी प्रतिबिंब रचना के

भौतिकी

पदार्थ (Matter)

प्रत्येक वस्तु जिसका द्रव्यमान तथा आयतन होता है, पदार्थ (द्रव्य) कहलाता है अर्थात पदार्थ स्थान घेरता है तथा उसका कुछ भार होता है। पदार्थ के कण निरंतर गतिशील रहते हैं तथा ये कण एक दूसरे को आकर्षित करते है। पदार्थ के कणों के मध्य रिक्त स्थान होता है। पदार्थ को भौतिक संरचना के आधार पर

भौतिकी

घूर्णी गति (Rotational motion)

घूर्णी गति किसी अक्ष के परितः वस्तु की गति है। यह एक प्रकार की गति है जो रेखीय गति से भिन्न है, जो एक सीधी रेखा में वस्तु की गति है। घूर्णी गति के उदाहरण कोणीय विस्थापन किसी अक्ष के परितः वस्तु द्वारा मुड़ा गया कोण। इसे रेडियन में मापा जाता है। कोणीय वेग किसी

भौतिकी

घनत्व (Density)

किसी पदार्थ के इकाई आयतन में निहित द्रव्यमान को उस पदार्थ का घनत्व कहते हैं। घनत्व (Density) किसी पदार्थ के द्रव्यमान (Mass) और आयतन (Volume) के अनुपात को कहा जाता है। इसे ρ (rho) से दर्शाया जाता है। घनत्व का सूत्र निम्नलिखित प्रकार से दिया जा सकता है, ρ = m/V जहां, m = द्रव्यमान

भौतिकी

जड़त्व आघूर्ण (Moment of inertia)

जिस प्रकार कोई पिण्ड रेखीय गति में अपनी अवस्था (विराम अथवा गति) को स्वतः बदलने में असमर्थ होता है (जड़त्व का नियम) उसी प्रकार से प्रत्येक पिण्ड अपनी घूर्णन अवस्था को स्वतः बदलने में असमर्थ होता है, अर्थात कोई कारक घूर्णन अवस्था परिवर्तन का विरोध करता है। घूर्णन गति मे पिण्ड के इस गुण, जिसके

भौतिकी

समय (Time)

समय का मापन (Measurement of Time) समय के मापन के लिये साधारण घड़ी का उपयोग किया जाता है। समय के परिशुद्ध मापन के लिये सीजियम घड़ी (परमाणु घड़ी) का उपयोग किया जाता है। सीजियम घड़ी एक वर्ष में तीन सेकंड से भी कम समय की त्रुटि दर्शाती है। समय के मापन में निम्नलिखित मात्रक उपयोग

Scroll to Top