Author name: Editorial staff

तकनीकी

रडार (Radar)

रडार (Radar) वस्तुओं का पता लगाने वाली एक प्रणाली है जो सूक्ष्मतरंगों(माइक्रोवेव) तथा रेडियो तरंगों का उपयोग करती है। इसकी सहायता से गतिमान वस्तुओं जैसे वायुयान, जलयान, मोटरगाड़ियों आदि की दूरी (परास), ऊंचाई, दिशा, चाल आदि का दूर से ही पता चल जाता है। इसके अलावा मौसम में तेजी से आ रहे परिवर्तनों (weather formations) […]

एस्ट्रोनॉमी

तारे (Stars) क्यों टिमटिमाते हैं?

वायुमंडल की परतों का घनत्व भिन्न-भिन्न होने से उनका अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न होता है, जिससे तारों से आने वाला प्रकाश वायुमंडल की विभिन्न परतों से गुजरने के कारण अपने पथ से विचलित होता रहता है, इसी कारण तारे टिमटिमाते हुए नजर आते हैं। तारे वास्तव में टिमटिमाते नहीं हैं। यह सिर्फ वायुमंडल का प्रभाव है। यह

पर्यावरण

जैव भू रासायनिक चक्र

जैव-भू-रासायनिक चक्र, वे मार्ग हैं जिनके द्वारा रासायनिक तत्व पृथ्वी के वायुमंडल, जलमंडल और स्थलमंडल के बीच घूमते हैं। इन चक्रों को जैविक और अजैविक दोनों प्रक्रियाओं द्वारा संचालित किया जाता है। . कुछ महत्वपूर्ण जैव-भू-रासायनिक चक्र निम्नलिखित है: जल चक्र जल चक्र वह मार्ग है जिसके द्वारा पानी पृथ्वी की सतह, वायुमंडल और महासागरों

पर्यावरण

प्लास्टिक प्रदूषण (Plastic Pollution)

प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का जमीन या जल में इकट्ठा होना प्लास्टिक प्रदूषण (Plastic Pollution) कहलाता है। इससे वन्य जंतुओं या मानवों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़‌ता है। प्लास्टिक के प्रकार (Types of Plastic) सूक्ष्म प्लास्टिक अथवा माइक्रोबीड्स (Micro Plastic or Microbeads) दीर्घ प्लास्टिक (Macro Plastic) प्लास्टिक प्रदूषण का प्रभाव (Effects of Plastic Pollution)

भौतिकी

विद्युत विभवांतर (Potential difference)

किसी धारावाही विद्युत परिपथ के दो बिंदुओं के बीच विद्युत विभवांतर को उस कार्य द्वारा परिभाषित किया जाता है जो एकांक आवेश को एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक लाने में किया जाता है।

पर्यावरण

रेडियोधर्मी प्रदूषण (Radioactive Pollution)

रेडियोधर्मी प्रदूषण वायुमंडल, जल, मिट्टी या जीवित ऊतकों में रेडियोधर्मी पदार्थों की उपस्थिति को संदर्भित करता है। यह प्रदूषण प्राकृतिक या मानव निर्मित हो सकता है। रेडियोधर्मी प्रदूषण के स्त्रोत रेडियोधर्मी प्रदूषण प्राकृतिक और मानव निर्मित दोनों स्रोतों से रेडियोधर्मी पदार्थों के पर्यावरण में रिलीज के कारण होता है। प्राकृतिक स्रोत मानव निर्मित स्रोत रेडियोधर्मी

पर्यावरण

तापीय प्रदूषण (Thermal Pollution)

किसी प्राकृतिक जलराशि में गर्म बहिःस्राव मिलाने पर उस जलराशि का ताप बढ़ने से तापीय प्रदूषण (Thermal Pollution) होता है। इससे जल की गुणवत्ता में गिरावट आती है और जलीय तथा थलीय जीवजात की हानि होती है। तापीय प्रदूषण के स्रोत तापीय प्रदूषण के स्रोत निम्नलिखित हैं : तापीय प्रदूषण के प्रभाव जीवधारियों तथा जीवसमुदायों

पर्यावरण

ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution)

अनचाही, अवांछनीय ध्वनि को शोर (Noise) कहते हैं। ध्वनि की प्रबलता जब इतनी बढ़ जाती है कि यह हमें प्रकोपित करने लगे तो ऐसे शोर को ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution) कहते हैं। धीमी मर्मर ध्वनि (Whisper) और वायुयान के इंजन द्वारा उत्पन्न शोर में ध्वनि प्रबलता का ही अंतर है। अतः इन दोनों ध्वनियों को

पर्यावरण

मृदा प्रदूषण (Soil Pollution)

मृदा, स्थलमण्डल (Lithosphere) का वह भाग है जो वायुमण्डल, जलमण्डल तथा जैवमण्डल से अन्योन्य क्रियाएँ करता है। मृदा के गुणों में अंवाछनीय परिवर्तन मृदा प्रदूषण कहलाता है। मृदा प्रदूषण के स्रोत (Sources of Soil Pollution) मृदा प्रदूषण के प्रभाव (Effects of Soil pollution)

पर्यावरण

वायु प्रदूषण (Air pollution)

जब वायुमंडल में एक या अधिक प्रदूषकों की मात्रा इतनी अधिक हो जाए जिससे कि वायु की गुणवत्ता में ह्रास हो जाए तथा यह जैव समुदाय के लिये हानिकारक हो, तो इसे वायु प्रदूषण (Air pollution) कहते हैं।” वायु प्रदूषकों के प्रकार प्राथमिक प्रदूषक (Primary Pollutants) ये प्रदूषक प्राकृतिक अथवा मानवीय क्रियाकलापों के द्वारा सीधे

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