मशीन (Machine)

उन सभी उपकरणों को, जिन्हें चलाने हेतु केवल पेशीय बल का उपयोग किया जाता है, उन्हें सरल मशीन कहते हैं।

निम्नलिखित उपकरण सरल मशीने है-

  • नतसमतल (Inclined Plane)
  • पहिया एवं घुरी (Wheel and Axel)
  • उत्तोलक (Lever)
  • घिरनी (Pully)
  • पच्चर (Wedge)
  • पेच (Screw)

इन सरल मशीनों को चलाने के लिए किसी अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत की आवश्यकता नहीं होती है।

सरल मशीन के प्रकार

नतसमतल

भारी ड्रमों को गाड़ी में चढ़ाने तथा सड़क से मोटर साइकिल को ऊँचाई पर बने मकानो में चढ़ाने के कार्य को सुगम बनाने के लिए झुके हुए तल का उपयोग किया जाता है, इसे नतसमतल कहते हैं।

पहिया एवं धुरी

पहिया एवं धुरी एक सरल मशीन है।

उत्तोलक

प्राचीन काल से प्रयोग की जाने वाली मशीनों में सबसे सरलतम मशीन उत्तोलक है।

घिरनी

घिरनी एक छोटा सा पहिया होता है। ये प्रायः ढलवाँ लोहे की बनी होती है जिनके बीच का भाग घिरनी के छिद्र (Hole) से बाजुओं द्वारा जुड़ा होता है। इनकी संख्या 4 या 6 होती है । पहिया अपने गुरुत्व केन्द्र से जाने वाली तथा स्वयं के तल के लम्बवत धुरी के चारों ओर स्वतंत्रतापूर्वक घूमता है।

पच्चर

पच्चर या वेज (Wedge) में दो परस्पर झुके हुए तल होते हैं, जिससे ये उपकरण आगे से तीखे व पीछे से मोटे होते हैं। इस प्रकार की आकृति को ‘वेज आकृति’ कहते हैं। छैनी व कुल्हाड़ी की वेज आकृति के कारण ही ये आसानी से लकड़ी में घुस जाती है। कार्य को सरलता से सम्पन्न करने के कारण ही वेज एक सरल मशीन है।

पेच

वह सरल उपकरण जो दो भागों को परस्पर जोड़ने (कसने) के काम आता है, उसे पेच कहते हैं। इसका निर्माण धातु की बेलनाकार छड़ पर वर्तुलाकार चूड़ियाँ काट कर किया जाता है। इसका एक शीर्ष होता है जिसके द्वारा इसको घुमाया या कसा जा सकता है। पेच को कसने के लिए इनको घड़ी की सुईंयों के घूमने की दिशा में घुमाया जाता है जबकि इसे खोलने के लिए घड़ी की सुईंयों के घूमने के विपरीत दिशा में घुमाया जाता है।

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