परावैद्युत पदार्थ (Dielectric materials)

कुचालक या अचालक ( Insulator ) पदार्थों को dielectric materials या परावैद्युत पदार्थ कहते है। ये पदार्थ अपने में से विद्युत धारा के प्रवाह का विरोध करते है। Dielectric materials का व्यवहार electric field की उपस्थित में परिवर्तित हो जाता है। Dielectric materials में मुक्त आवेश नहीं होते है, क्योंकि इनमें उपस्थित सभी इलेक्ट्रॅान बद्ध अवस्था ( bound state ) में होते है।

परावैद्युत पदार्थ वे कुचालक पदार्थ हैं जिनके अन्दर विद्युत क्षेत्र पैदा करने पर (या जिन्हें विद्युत क्षेत्र में रखने पर) वे ध्रुवित हो जाते हैं। ध्रुवण का अर्थ है कि पदार्थ के कुछ अणुओं में धनात्मक आवेश एक तरफ खिसक जाता है, जबकि अन्य अणुओं में ऋणात्मक आवेश एक तरफ खिसक जाता है। इससे पदार्थ के अन्दर एक द्विध्रुवीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।

परावैद्युत पदार्थों के उदाहरण कौन-कौन से है?

आसुत जल, glass, अभ्रक, Ceramics, मोम, transformer oil, हीलियम इत्यादि dielectric materials के उदाहरण है। glass, अभ्रक, Ceramics आदि ठोस dielectric materials के उदाहरण है। आसुत जल, transformer oilआदि द्रव dielectric materials के उदाहरण है। Nitrogen, dry air, helium आदि गैस dielectric materials के उदाहरण है।

परावैद्युत पदार्थों के प्रकार

परावैद्युत पदार्थों को उनके ध्रुवण की मात्रा के आधार पर दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

  • ध्रुवीय परावैद्युत पदार्थ: ये पदार्थ मूल रूप से ध्रुवीय अणुओं से बने होते हैं, जैसे कि जल, कार्बन डाइऑक्साइड और प्लास्टिक।
  • अध्रुवीय परावैद्युत पदार्थ: ये पदार्थ मूल रूप से अध्रुवीय अणुओं से बने होते हैं, जैसे कि हवा, गैसोलीन और तेल।

परावैद्युत पदार्थों के क्या उपयोग हैं?

Dielectric materials का उपयोग संधारित्र में ऊर्जा संग्रहीत करने के लिये किया जाता है। ये electronic circuits मे प्रयुक्त thin films के निर्माण में भी प्रयुक्त किया जाता है।

Dielectric materials की उपस्थित में electric field का मान कम हो जाता है।

परावैद्युत पदार्थों का एक प्रमुख उपयोग संधारित्र की प्लेटों के बीच में किया जाता है ताकि समान आकार में अधिक धारिता मिले। ऐसा इसलिए है क्योंकि परावैद्युत पदार्थ विद्युत क्षेत्र को बढ़ाने में मदद करते हैं।

परावैद्युत पदार्थों के अन्य उपयोगों में शामिल हैं:

  • मोटर और ट्रांसफार्मर में प्रयुक्त कुचालक के रूप में
  • विद्युत उपकरणों में विद्युत आवेश को रोकने के लिए
  • सूखी कोशिकाओं में इलेक्ट्रोलाइट के रूप में
  • रेडियो और टीवी में स्क्रीन के रूप में

ध्रुवीय परावैद्युत पदार्थों का ध्रुवण अध्रुवीय परावैद्युत पदार्थों की तुलना में अधिक होता है। इसलिए, ध्रुवीय परावैद्युत पदार्थों का उपयोग आमतौर पर संधारित्रों में किया जाता है।

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