ओजोन परत पृथ्वी के समताप मंडल में ओजोन गैस का आवरण है, जो कि सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है। यह पराबैंगनी विकिरण जीवों के लिये अत्यंत हानिकारक है।
वायुमंडल के उच्चतर स्तर पर पराबैंगनी विकिरण के प्रभाव से ऑक्सीजन अणुओं से ओजोन बनती है। उच्च ऊर्जा वाले पराबैंगनी विकिरण ऑक्सीजन अणुओं को विघटित कर स्वतंत्र ऑक्सीजन परमाणु बनाते हैं। ऑक्सीजन के ये स्वतंत्र परमाणु संयुक्त होकर ओजोन गैस बनाते है।
मावन के द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार के यौगिक जैसे क्लोरो-फ्लोरो कार्बन (CFC) आदि एक बार जब ओज़ोन परत के समीप पहुँचते हैं तो वे ओजोन गैस के अणुओं के साथ प्रतिक्रिया करके ओज़ोन परत को नष्ट करने लगते हैं।
ओजोन परत का विघटन करने वाले कुछ पदार्थ
- क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs)
- हैलॉन्
- कार्बन टेट्राक्लोराइड (CCI4)
- मिथाइल क्लोरोफॉर्म (CH3CCI3
- मिथाइल ब्रोमाइड (CH3Br)
- हाइड्रोक्लोरोफ्लोरोकार्बन(HCFCs)
- हाइड्रोफ्लोरोकार्बन (HFCs)
समताप मंडल में ओजोन परत के क्षरण के लिये क्लोरोफ्लोरोकार्बन की प्रमुख भूमिका है।